नई दिल्ली । सोशल मीडिया के दौर में सही सूचनाओं के बनिस्पत फेक समाचारों और नफरत फैलाने वाली पोस्टों ने समाज में वैमनस्यता को बढ़ावा दिया है। जानकारी के मुताबिक फेसबुक पर अप्रैल के दौरान नफरत फैलाने वाली पोस्ट में लगभग 37.82 प्रतिशत और इंस्टाग्राम पर हिंसक एवं भड़काऊ ‘कंटेंट’ में 86 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
फेसबुक और इंस्टाग्राम की संचालक कंपनी मेटा की एक मासिक रिपोर्ट से ये जानकारी मिली है। इस रिपोर्ट में शामिल अधिकांश विवादास्पद सामग्री को उपयोगकर्ताओं की तरफ से शिकायत किए जाने के पहले ही फेसबुक एवं इंस्टाग्राम ने चिह्नित किया है। मेटा की तरफ से 31 मई को जारी रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक ने अप्रैल, 2022 के दौरान नफरत फैलाने वाली 53,200 पोस्ट चिह्नित की जो मार्च की तुलना में 37.82 प्रतिशत अधिक है। मार्च में इस तरह की 38,600 पोस्ट दर्ज की गई थीं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्टाग्राम ने अप्रैल,
2022 में हिंसा और उकसावे से संबंधित
77,000 सामग्री पर कार्रवाई की है। मार्च, 2022 में ये आकंड़ा
41,300 था। मेटा ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ‘हम ‘सामग्री’ के तहत पोस्ट, फोटो, वीडियो या टिप्पणियों की संख्या को मापते हैं और अपने मानकों के खिलाफ जाने पर कार्रवाई करते हैं।’
इसके अलावा फेसबुक की स्वामित्व रखने वाली कंपनी मेटा की मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) शेरिल सैंडबर्ग ने पद छोड़ने की घोषणा की है। फेसबुक को एक स्टार्टअप से डिजिटल क्षेत्र का सिरमौर बनाने में अहम भूमिका निभाने वालीं सैंडबर्ग ने 14 वर्षों तक इस पद पर रहने के बाद बुधवार को हटने की घोषणा की। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि अब जिंदगी के नए अध्याय का वक्त आ गया है।
वह फेसबुक के सार्वजनिक होने से चार साल पहले वर्ष 2008 में कंपनी से जुड़ी थीं। इस लंबे कार्यकाल में सैंडबर्ग ने फेसबुक के डिजिटल विज्ञापन व्यवसाय को बखूबी संभाला। फेसबुक को 100 अरब डॉलर वाले व्यवसाय में तब्दील करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।