अहमदाबाद । गुजरात भाजपाध्यक्ष सीआर पाटिल की के अल्पज्ञात धार्मिक ज्ञान ने मुसीबत में डाल दिया। दरअसल, गुजरात के पोरबंदर जिले में आयोजित माधवपुर धार्मिक मेले में भगवान श्रीकृष्ण पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद माफी मांगनी पड़ी है। दरअसल गुजरात सरकार की ओर से आयोजित किए जाने वाले इस मेले में पाटिल ने कथित तौर पर भगवान श्रीकृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा को पति-पत्नी बता दिया था, जिस पर लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई थी।
बीते शनिवार को पाटिल की ओर से वीडियो जारी कर माफी मांगी गई। वीडियो में उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले एक कार्यक्रम में भूलवश नाम लेने में उनसे गलती हो गई थी। मैंने उस गलती को वहीं कार्यक्रम में ही सुधार लिया था लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने मुझसे द्वारका माफी मांगने का कहा था। उसका भी उन्होंने सकारात्मक जबाब देने की कोशिश की। आगे उन्होंने कहा कि उनसे भूल हुई है।
वे स्वीकारते हैं। मैंने अपने बयान में भगवान श्री कृष्ण के बारे में या किसी जाति और धर्म के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। उनसे केवल नाम लेने में गलती हो गई है, जिसे वह पूरी तरह स्वीकारते हैं। यदि उनके इस बयान के कारण समाज में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं। वहीं, स्थानीय लोगों की ओर से द्वारका मांफी मांगने पर उन्होंने कहा कि वे जल्द वहां आएंगे।
विपक्ष नेताओं ने उठाएं थे सवाल: गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने सोशल मीडिया पर सीआर पाटिल की क्लिप साझा करते हुए उनके इस संबोधन पर सवाल उठाएं थे। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'जिन्हें यह तक नहीं मालूम की भगवान श्री कृष्णा और सुभद्रा जी का रिश्ता क्या है!
वह आज हिन्दू धर्म के ठेकेदार बन के घूम रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण और सुभद्रा जी को पति-पत्नी बताकर भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाले और जनमानस की भावनाओं को आहत करने वाले माफी मांगे।'
बता दें मान्यता है कि भगवान श्री कृष्णा और देवी रुक्मणि का विवाह माधवपुर में हुआ था जिसके उपलक्ष्य में हर साल गुजरात सरकार की ओर से मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में गुजरात के साथ देश-विदेश से भी श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।