नई दिल्ली । मार्च-अप्रैल में देश में ईंधन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना जताई गई है। यूक्रेन-रूस संकट के गहराने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई है लेकिन देश में दिवाली के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
माना जा रहा है पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही अप्रैल से देश में गैस की कीमतें दोगुना हो सकती हैं। कच्चे तेल एवं गैस के प्रमुख उत्पादक देश रूस के यूक्रेन विवाद में उलझने से आपूर्ति बाधित होने की आशंका की चलते अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव मंगलवार को 99.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
हालांकि, इस वायदा भाव पर कुछ मुनाफावसूली होने से आखिर में यह 98 डॉलर प्रति बैरल से थोड़ा ऊपर बंद हुआ। इससे पहले ब्रेंट क्रूड सात साल पहले सितंबर 2014 में 99 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर गया था। देश में पेट्रोल एवं डीजल की खुदरा बिक्री दरें 82-83 डॉलर प्रति बैरल के कच्चे तेल भाव के अनुरूप हैं।