पेरिस । अफ्रीकी देश में मोजांबिक में 50 लोगों की गला काटकर हत्या करने से भड़के फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां ने 'इस्लामिक आतंकवाद' के बढ़ते खतरे के प्रति दुनियाभर को आगाह किया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि इस्लामिक आतंकवाद एक अंतरराष्ट्रीय खतरा है और इससे निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय जवाब की जरूरत है। मैक्रां ने ट्वीट करके कहा कि मोजांबिक 50 से ज्यादा लोगों की गला काटकर हत्या कर दी गई। महिलाओं का अपहरण कर लिया गया, गांवों को लूट लिया गया और उसमें आग लगा दी गई। उन्होंने कहा कि जंगली लोगों ने एक शांति के धर्म का अपहरण कर लिया ताकि आतंक के बीज को बोया जा सके। इस्लामिक आतंकवाद एक अंतरराष्ट्रीय खतरा है और इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की जरूरत है।
गौरतलब है कि मोजांबिक में सीरिया से भागकर आए आईएसआईएस के आतंकी कहर बरपा रहे हैं। सरकारी सेनाओं के मैदान छोड़कर भागने के कारण यह आतंकी संगठन पूरे देश में तेजी से पांव पसार रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार आईएसआईएस के आतंकियों ने एक फुटबाल के मैदान में फरमान न मानने वाले 50 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं, इसके बाद आतंकियों ने उन लोगों के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। खबर के मुताबिक बंदूकधारियों ने गांव पर हमला करने के दौरान 'अल्लाह हू अकबर' के नारे लगाए। मोजांबिक के एक पुलिस चीफ ने बताया कि हमलावरों ने घर जला दिए और फिर बचकर भागे लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इससे पहले वाले हफ्ते में कई गांवों पर हमला कर लूट-मार मचाई थी। एक घटना में दर्जनों आदमियों और लड़कों का संदिग्ध जिहादियों ने सिर काट दिया था। सीरिया से मारकर भगाए जाने के बाद आईएसआईएस के लड़ाके अब अफ्रीका पहुंच गए हैं। उन्होंने अफ्रीकी देश मोजाम्बिक के एक शहर को अपनी नई राजधानी घोषित किया है। वे यहां अपनी आय बढ़ाने के लिए कच्चे तेल के भंडारों पर कब्जा जमा रहे हैं। आईएसआईएस के इस देश में आने के बाद महिलाओं के अपहरण की वारदातों में भी अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी देखी गई है। कहा जा रहा है कि आईएस के लड़ाके महिलाओं का अपहरण कर उन्हें सेक्स स्लेव बना रहे हैं। सीरिया में भी इन आतंकियों ने यदीजी समुदाय की कई महिलाओं को सेक्स स्लेव बनाया हुआ था।