भोपाल । मध्यप्रदेश के बेरोजगारों को ऑनलाइन काम दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले चार आरोपियों को गुजरात के सूरत से दबौच लिया गया है। ये बदमाश बेरोजगारों को ऑनलाइन डाटा एंट्री की नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगते थे। साइबर पुलिस के अनुसार, आरोपी बेरोजगारों को पहले फर्जी पोर्टल के माध्यम से काम दिलवाते थे, फिर काम नहीं होना बताकर विभिन्न् प्रकार से शुल्क के नाम रुपये रुपए ऐंठ लेते थे। पूछताछ में पता चला है कि आरोपितों ने पिछले एक साल के भीतर करीब 95 लोगों के साथ 25 लाख की ठगी कर चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक इस मामले की शिकायत चूनाभट्टी निवासी अंशिका शर्मा ( 27 ) ने पिछले साल जून में साइबर पुलिस से की थी। अंशिका ने पुलिस को बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके कंपनी मे आनलाईन डाटा एन्ट्री मे जॉब कराया और फिर कंपनी के अनुरूप काम नहीं होना बताकर रजिस्ट्रेशन चार्ज, करेंसी एक्सचेंज, प्रोसेसिंग फीस व कॉन्ट्रेक्ट के हिसाब से काम ना करने पर वकील व कोर्ट का फर्जी नोटिस देकर 60 हजार 820 रुपए ठग लिए। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में आरोपी चन्दन बाबू भाई लाठिया, चिन्तन बगानी, शुभम सिंह और समाधान मधुकर को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपित सूरत गुजरात के रहने वाले हैं। आरोपित चंदन बीई पास है और काल सेंटर चलाता था, जबकि बाकी तीनों काल सेंटर पर काम करते थे। आरोपितों द्वारा आनलाइन डाटा निकाल कर लोगों को फर्जी मोबाईल से काल करके कंपनी मे डाटा एंट्री की जॉब का प्रलोभन देते थे। अगर कोई रूपये देने से इंकार करता था तो वह फर्जी वकील और कोर्ट का नोटिस भेजते थे। आरोपितों के पास से दो लैपटाप, 11 मोबाइल फोन और सात एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं।