भोपाल कलेक्टोरेट में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में यह पीड़ा लालघाटी के अर्जुन सिंह अहिरवार ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को सुनाई। कहा कि बैरागढ़ में इलाज के दौरान 30 साल के बेटे विनोद अहिरवार की मौत हो गई थी। 4 महीने बीतने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि अस्पताल के स्टाफ ने गलत इंजेक्शन लगाया। जिससे बेटे की मौत हुई है।
युवक को थी पथरी और पीलिया की समस्या मृतक विनोद अहिरवार को पीलिया और पथरी की समस्या थी। जिसके बाद बैरागढ़ के एक हास्पिटल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने की सलाह दी। ऑपरेशन के बाद विनोद की हालत में सुधार हुआ। 19 नवंबर 2024 की रात को अचानक युवक की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल के स्टाफ ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा और इंजेक्शन दिए।
20 नवंबर की सुबह 5 बजे होश में आने के बाद युवक ने पानी पीया और सो गया। परिवार के लोग जब अस्पताल में उसे देखने पहुंचे तो ड्यूटी पर मौजूद कम्पाउंडर ने विनोद के बाल पकड़कर उसकी गर्दन से बलपूर्वक उठाया। सुबह 8:40 बजे डॉक्टरों ने बताया कि युवक की मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर दर्ज की शिकायत 14 फरवरी 2025 को युवक के पिता ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में की। पुलिस थाना संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) भोपाल में भी अस्पताल की लापरवाही की शिकायत की जा चुकी है।
जनसुनवाई में 106 आवेदन पहुंचे कलेक्टर सिंह ने मंगलवार को जनसुनवाई में आए नागरिकों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान अनेक समस्याओं का निराकरण मौके पर ही किया गया। जनसुनवाई में आए नागरिकों से 106 आवेदन प्राप्त हुए। इस मौके पर एडीएम भूपेन्द्र गोयल, अंकुर मेश्राम एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।