नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए खास योजना शुरू की है। पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत बच्चों की मदद की जाएगी। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित प्रोग्राम के दौरान बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के पासबुक के साथ आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य स्कीम के तहत वर्चुअल रूप से हेल्थ कार्ड भी दिए।
इस स्कीम को लॉन्च करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा, मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना मुश्किल है। हर दिन का संघर्ष, हर दिन की तपस्या। आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए ये कार्यक्रम हो रहा है, उनकी तकलीफ शब्दों में कहना मुश्किल है। पीएम मोदी के मुताबिक अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स और हायर एजुकेशन के लिए लोन की जरूरत होगी तो तो पीएम-केयर्स की तरफ से उनकी मदद की जाएगी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए और अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपये हर महीने की व्यवस्था भी की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों की सहायता के लिए पिछले साल पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम का ऐलान किया था। पहले इस स्कीम के तहत लाभ लेने की डेडलाइन 31 दिसंबर,
2021 थी, लेकिन बाद में इस डेडलाइन को 28 फरवरी,
2022 तक बढ़ा दिया गया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देश को 8 साल पहले मुश्किल हालात से निकाला गया। उन्होंने कहा आज जब हमारी सरकार अपने 8 वर्ष पूरे कर रही है, तो देश का आत्मविश्वास, देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है। भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटाले, भाई-भतीजावाद, देशभर में फैल रहे आतंकी संगठन, क्षेत्रीय भेदभाव, जिस कुचक्र में देश 2014
से पहले फंसा हुआ था, उससे बाहर निकल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाकर हमारी सरकार ने गरीब को उसके अधिकार सुनिश्चित किए हैं। अब गरीब से गरीब को भरोसा है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उसे मिलेगा, निरंतर मिलेगा। इस भरोसे को बढ़ाने के लिए ही हमारी सरकार अब शत प्रतिशत सशक्तिकरण का अभियान चला रही है।