धार्मिक आयोजन और त्योहारों के समय रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ जाती है। ऐसे में आपाधापी में कोई हादसा न हो, इसके लिए स्टेशन पर क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू कर भीड़ को नियंत्रित करने होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे। साथ ही स्टेशन के भीतर जाने वाले संकरे रास्तों के साथ एंट्री और एग्जिट प्वाइंट भी चिह्नित होंगे, ताकि भीड़ को उनके जरिए डाइवर्ट किया जा सके।
भोपाल के अलावा बीना और इटारसी स्टेशन पर भी इसे अमल में लाया जाएगा। रेल मंत्रालय ने देश के 60 से ज्यादा भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू करने को कहा है। गर्मी के सीजन से ही ये प्लान लागू कर दिया जाएगा, ताकि आने वाले त्योहारों के दौरान होने वाली भीड़ के लिए एक्सरसाइज कर ली जाए।
हाल में भोपाल स्टेशन पर सीहोर के कुबेरेश्वर धाम से लौटने वाले श्रद्धालुओं के लिए क्राउड मैनेजमेंट करके देखा जा चुका है। यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर राेकेंगे। इसके लिए प्लेटफार्म के एक सिरे पर कनात और बैरिकेड लगाकर होल्डिंग एरिया बनाएंगे। जबकि दोनों एंट्री के बाहर की ओर वाटरप्रूफ टेंट लगाए जाएंगे।
ऐसे करेंगे इंतजाम... भोपाल स्टेशन के एफओबी, एस्केलेटर, बुकिंग हॉल गेट आदि ऐसे स्थान हैं, जहां भीड़ बढ़ जाने पर रास्ते संकरे हो जाते हैं। इन स्थानों पर आरपीएफ, जीआरपी, टिकट चेकिंग स्टाफ के साथ बैरिकेडिंग कर भीड़ के फ्लो को रोका जा सकेगा। दो-दो अतिरिक्त एंट्री और एग्जिट भी बनाए जाएंगे। क्राउड मैनेजमेंट के लिए विभिन्न दिशाओं वाली ट्रेनों को देखते हुए भी प्लेटफॉर्म की दिशा का चयन कर लिया जाएगा।
एंट्री के बाहर भी जगह... प्लेटफॉर्म-1 की ओर मेन एंट्री के बाहर 2500 यात्रियों को रोका जा सकता है। जरूरत पड़ने पर नई बिल्डिंग, एस्केलेटर के सामने और पुरानी बिल्डिंग का उपयोग भी किया जा सकेगा। प्लेटफॉर्म-6 की ओर सेकंड एंट्री पर 1500 यात्रियों को होल्ड रखने की क्षमता है। 2000 अतिरिक्त यात्रियों को भी बाहर खाली जमीन पर भी होल्ड किया जा सकता है।