भोपाल । हाईटेक सुविधाओं से लैस राजधानी का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर प्रस्तावित शापिंग माल, सिनेमा घर, पांच सितारा होटल का अभी पता ही नहीं है। स्टेशन के लोकार्पण को करीब चार महीने हो चुके लेकिन अभी तक इन सुविधाओं का कहीं अता-पता नहीं है। इनमें शापिंग माल के बारे में कहा जा रहा है कि साल भर में तैयार हो सकता है।सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) से विकसित कराए गए स्टेशन पर यात्रियों को ये सुविधाएं देने के वादे किए थे जो समय के साथ नहीं मिल पाई हैं।
अभी प्लेटफार्मों पर यात्रियों को एयर कांकोर (रेलवे ट्रैक के उपर हवा में बड़े आकार का फुट ओवर ब्रिज), ट्रैक के नीचे अंडरग्राउंड सब-वे, आकर्षक डिजाइन वाले कवर ओवर प्लेटफार्म शेड, ट्रेवलेटर, ऐस्केलेटर, लिफ्ट की सुविधा मिल रही है। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे का लक्ष्य यात्री सुविधाओं को पहले चालू कराना था जो करा दिया गया है। व्यवसायिक गतिविधियां डेवलपर कंपनी शुरू करने के लिए तेजी से काम कर रही है, कोरोना के कारण ये काम प्रभावित हुए हैं। अब इनमें गति आ रही है।
पीपीपी माडल के तहत रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के विस्तार के लिए यात्री सुविधाओं पर 100 करोड़ रुपये का खर्च किए हैं। यह राशि निजी डेवलपर कंपनी बंसल पाथ-वे हबीबगंज प्राइवेट लिमिटेड ने खर्च की है। रेलवे ने बदले में डेवलपर को स्टेशन परिसर में 17 हजार 245 स्क्वेयर मीटर जमीन दी है। जिस पर 350 रुपये से शापिंग काम्प्लेक्स, अस्पताल, विभिन्न् कार्यालय, सिनेमा, होटल व दुकानों के लिए भवन बनाए जाने हैं। इनमें से शापिंग माल व व्यवसायिक दफ्तरों के लिए तो भवन बनकर तैयार हो गए हैं। शापिंग माल के लिए बनाए भवन में शापिंग माल शुरू करने में कम से कम एक वर्ष का समय लगेगा।
व्यवसायिक काम्प्लेक्स में कुछ दफ्तर शुरू हो गए है लेकिन होटल व अस्पताल के लिए भवन जाने वाले भवनों का अब तक निर्माण ही शुरू नहीं हुआ है। यह स्टेशन 48 हजार यात्रियों की क्षमता वाला है, जो विशेष स्थितियों में इतने यात्रियों को संभाल सकता है। यहां यात्रियों को बड़े आकार की एलईडी स्क्रीन और आधुनिक अनाउंसमेंट सिस्टम से सूचनाएं दी जा रही है। डोरमेट्री, वेटिंग रूम की सुविधा शुरू हो चुकी है। ट्रैक के उपर बड़े आकार का फुट ओवर ब्रिज है, जिसे एयर कांकोर कहते हैं।
इस पर 1100 यात्रियों के बैठने का इंतजाम है। ट्रेनों के आने तक यात्री इसी पर बैठकर इंतजार करेंगे। स्टेशन को सामान्य दिनों में 38 हजार यात्रियों की क्षमता के अनुरूप डिजाइन किया है। भविष्य में इस पर 80 हजार यात्री चौबीस घंटे में आना-जाना कर सकेंगे। रेलवे ने निजी निजी कंपनी को रानी कमलापति स्टेशन परिसर की जमीन 45 वर्ष के लिए दी है। यहां से होने वाली कमाई वह खुद रख रहा है। डेवलपर कंपनी को यात्री सुविधा वाले हिस्सों की देखरेख व रखरखाव करना है।