भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) को पटना पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था। पटना सिविल कोर्ट में उन्हें SDJM आरती उपाध्याय की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई है। पुलिस उन्हें तड़के 4 बजे जबरन उठाकर ले गई। वहां मौजूद लोगों ने विरोध जताया तो उन पर लाठीचार्ज किया।
पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया गया है। प्रशांत और उनके समर्थक गांधी मैदान पर धरना दे रहे थे। इस जगह पर धरना देने की इजाजत नहीं थी।
प्रशांत किशोर को पुलिस एंबुलेंस में AIIMS लेकर गई। उन्हें सभी लोगों से अलग कर दिया गया है। प्रशांत ने किसी भी तरह का इलाज कराने से मना कर दिया है और अपना अनशन जारी रखा है। पुलिस 4-5 घंटे पीके को एंबुलेंस में लेकर घूमती रही। बाद में फतुहा कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में उनका चेकअप कराया गया। यहां से पुलिस पेशी के लिए लेकर निकली।
प्रशांत 2 जनवरी से बिहार लोकसेवा आयोग (BPSC) में अनियमितताओं को लेकर पटना स्थित गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे थे। पटना पुलिस ने गांधी मैदान खाली करा दिया है। यहीं, पर BPSC कैंडिडेट्स BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं, मुजफ्फरपुर कोर्ट में BPSC छात्रों को भड़काने के आरोप में प्रशांत पर केस दर्ज किया गया है।
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के दौरान क्या हुआ, 3 पॉइंट्स में जानिए
धरने पर बैठे प्रशांत किशोर को पुलिस उठाने के लिए जोर-जबर्दस्ती कर रही है। इस बीच उनके साथ बैठे बाकी लोग प्रशांत के हाथ-पैर पकड़कर उन्हें पुलिस से बचाने की जद्दोजहद करने लगते हैं। पुलिसकर्मी इन लोगों को खींचकर हटाती है।
इस खींचतान के बीच एक कार्यकर्ता प्रशांत को पीछे से आकर पकड़ लेता है। पुलिस उसे हटाने के लिए कार्यकर्ता के सिर पर एक थप्पड़ मारती है, तभी प्रशांत उसे बचाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाते हैं। इसी आधार पर कार्यकर्ता दावा कर रहे हैं कि पुलिस ने थप्पड़ प्रशांत किशोर को मारा था।
हालांकि, बाद में पुलिस प्रशांत को चारों ओर से घेरकर बैठे कार्यकर्ताओं को हटाती है। जिस चादर पर प्रशांत बैठे थे, उसे खींचकर हटाती है और प्रशांत को उठाकर ले जाती है।
पुलिस का दावा- गांधी मैदान से अनशन पूरी तरह खत्म करवाया
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस ने गांधी मैदान में वह जगह खाली करा दी, जहां जन सुराज पार्टी चीफ भूख हड़ताल पर बैठे थे। पीक को लेकर पुलिस फतुहा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची है। जहां उनका मेडिकल जांच करवाई जा रही है।
हालांकि पीके की टीम का दावा है कि पुलिस प्रशांत किशोर को AIIMS में भर्ती नहीं करा पाई। 5 घंटे से पुलिस प्रशांत किशोर को लेकर पटना के इर्दगिर्द घूम रही है।
कल हाईकोर्ट में याचिका लगाएंगे- PK
हिरासत में लिए जाने से पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि BPSC अनियमितताओं को लेकर 7 जनवरी को हाईकोर्ट में याचिका लगाएंगे। प्रशांत ने ये अपील भी की थी कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव छात्र आंदोलन का नेतृत्व करें, क्योंकि वे बड़े नेता हैं और बिहार के विपक्ष के नेता है।
प्रशांत ने ये भी कहा कि ये केवल धरना नहीं है। यह बिहार के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने का जुनून है। मैं छात्रों का भविष्य अच्छा करना चाहता हूं। यहां देखिए, ठंड के मौसम में धरना दे रहे लोग गाना गा रहे हैं। मैं आरोपों का जवाब देते-देते थक गया हूं। चारों तरफ देख लीजिए, आपको कहीं वैनिटी वैन दिखी। मैं यहीं (छात्रों के साथ बाहर) सोऊंगा। प्रशांत किशोर पर आरोप लगे थे कि वे धरनास्थल पर अपनी वैनिटी वैन लेकर आए थे।
तेजस्वी बोले थे- भाजपा मामले का राजनीतिकरण कर रही
RJD नेता तेजस्वी यादव ने 4 जनवरी को कहा था कि भाजपा BPSC कैंडिडेट्स के प्रदर्शन का राजनीतिकरण कर रही है। कई लोग जो प्रदर्शन में शामिल हैं, वे भाजपा की B टीम हैं।
छात्रों पर 3 बार हो चुका है लाठीचार्ज
13 दिसंबर को 912 सेंटर्स पर BPSC की 70वीं की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी। पटना के बापू परीक्षा परिसर में अभ्यर्थियों ने प्रश्नपत्र लेट मिलने समेत अन्य आरोप लगाए। इसके बाद बवाल बढ़ गया।