वॉशिंगटन । कोरोना जैसी एक और महामारी की दस्तक की संभावना दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में शुमार माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने चेतावनी दी है। बिल गेट्स ने यह भी माना कि कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा नाटकीय रूप से कम हो गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि लोगों में इस वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता पैदा होती जा रही है। एक इंटरव्यू में बिल गेट्स ने कहा कि भविष्य में आने वाली महामारी कोरोना वायरस परिवार के एक अलग रोगाणु से आ सकती है। हालांकि उन्होंने आशा जताई कि मेडिकल तकनीक में आए विकास की मदद से दुनिया इससे बेहतर तरीके निपट सकती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए अभी से निवेश करना होगा। माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक ने कहा कि कोरोना पिछले दो साल हमारे बीच है और इसका खराब असर अब कम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि वैश्विक आबादी में कुछ स्तर तक की इम्युनिटी पैदा हो गई है। गेट्स ने कहा कि ताजा ओमीक्रोन वेरिएंट ने दिखा दिया है कि इसकी गंभीरता भी अब कम हो गई है। उन्होंने कहा कि जब वायरस फैलता है तो वह अपनी खुद की इम्युनिटी पैदा करता है। यह आदत विश्व समुदाय के महामारी निकलने में वैक्सीन की तुलना में ज्यादा कारगर साबित हुई है। बता दें कि भारत में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं लेकिन ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट बीए.2 ने चिंता बढ़ा दी है। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन का सब-वेरिएंट बीए.2 मूल वेरिएंट से भी ज्यादा तेजी से फैलने वाला है। अलग-अलग हुई स्टडी में यह बात सामने आई है। साथ ही स्टडी में इस बात का भी पता चला है कि ओमीक्रोन सब वेरिएंट बीए.2 डेल्टा से भी खतरनाक हो सकता है। यह कोरोना की गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। महामारी विज्ञानी एरिक फेंग ने कहा है कि इस वेरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है।
सब वेरिएंट बीए.2 को स्टील्थ ओमीक्रोन के रूप में भी जाना जाता है। इसके बारे में तीन महत्वपूर्ण बातें हैं, जिन्हें जापानी टीम ने पहचाना है। बीए.2 गंभीर बीमारी पैदा करने में सक्षम है। शोधकर्ताओं ने कहा कि बीए.2 को ओमिक्रॉन सब वेरिएंट के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसका जीनोम सिक्वेंसिंग बीए.2 से काफी अलग है।