नई दिल्ली । एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब 55 साल से ज्यादा के कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी वीआरएस ले सकेंगे। इसके अलावा जो कर्मचारी 20 साल से ज्यादा सेवा कर चुके हैं वे भी इस विकल्प को चुन सकते हैं। टाटा की स्वामित्व वाली एयरलाइन ने केबिन क्रू, क्लरिकल और अनस्किल्ड कर्मचारियों के लिए लाभ प्राप्त करने का आयु मानदंड घटाकर 55 साल से 40 साल कर दिया है।
एयर इंडिया के मुताबिक जो कर्मचारी 1 से 30 जून के बीच वीआरएस के लिए अप्लाई करेंगे उनको एकमुश्त लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें अतिरिक्त इन्सेंटिव भी दिया जाएगा। रिलीज में कहा गया है कि उन्हें छुट्टी देने की तारीख मैनेजमेंट तय करेंगा। कर्मचारियों को वीआरएस के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एयर इंडिया ने यह कदम उठाया है। वीआरएस का यह ऐलान एयरलाइन का हेडकाउंट कम करने का पहला कदम कहा जा सकता है।
नवंबर 2019 में एयरलाइन के पास 9426 स्थायी कर्मचारी थे। एक तरफ वीआरएस का ऐलान किया गया है तो दूसरी तरफ कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में केबिन क्रू के लिए इंटरव्यू भी चल रहे हैं। इसका मतलब है कि टाटा ने एयर इंडिया का कायाकल्प करने का विचार कर लिया है। पिछले साल 8 अक्टूबर को टाटा समूह ने एयर इंडिया को अपने नियंत्रण में ले लिया था। इसके बाद एयरलाइन के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने एयरलाइन के प्रबंधन में बड़े बदलाव किए। एयरलाइन में अन्य कंपनियों में काम कर चुके अधिकारियों को लाया गया।