भोपाल । केंद्र सरकार के प्रयासों से यूदध ग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे मप्र के 46 विद्यार्थियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। ये लोग अपने घर पहुंच चुके हैं। मप्र के कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं, उन्हें निकालने के प्रयास जारी है। यूक्रेन में मध्य प्रदेश के 150 विद्यार्थी व अन्य नागरिक मौजूद हैं। अब तक 46 विद्यार्थियों को सुरक्षित लाया जा चुका है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर मंगलवार को पुलिस अधिकारियों ने यूक्रेन में फंसे व्यक्तियों के स्वजन से उनके घर पर जाकर मुलाकात करके सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
श्री चौहान ने अधिकारियों को बच्चों के अभिभावकों से संवेदनशीलता के साथ वापस लाए गए बच्चों के ठहरने व प्रदेश में उनके गृहनगर तक पहुंचाने की समुचित व्यवस्था करने और भारतीय दूतावास के सतत संपर्क में रहने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव गृह डा.राजेश राजौरा ने बताया कि सीएम हेल्प लाइन सहित अन्य माध्यमों से यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों सहित अन्य व्यक्तियों के परिजनों से जानकारियां प्राप्त हो रही हैं। अब तक 46 विद्यार्थी सहित अन्य को सुरक्षित भारत लाया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों सहित अन्य व्यक्तियों के परिजनों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधिकारियों द्वारा मंगलवार को संपर्क किया गया। इस दौरान बताया गया कि उनके स्वजन यूक्रेन में सुरक्षित हैं। शासन की ओर से उनकी सुरक्षित वापसी के लिए उठा जा रहे कदमों की जानकारी दी गई। उधर प्रदेश के कटनी जिले से जुड़े एक और छात्र के वापस आने की तैयारी हो रही है। वह रोमानिया से निकलकर सीरत पहुंच चुका है। यहां से वह बुखारेस्ट से फ्लाइट में माध्यम से वतन वापसी करेगा। छात्र का नाम आयुष श्रीवास्तव बताया जा रहा है। वह भोपाल में पढ़ाई कर रहा था। वहीं से वह यूक्रेन अध्ययन के लिए चला गया था। कलेक्टर कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार छात्रा सुनिधि भी जल्द ही सुरक्षित दिल्ली पहुंचेगी। उसकी फ्लाइट बुखारेस्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भर चुकी है। गर्ल्स कालेज में पदस्थ लैब टैक्नीशियन हेमलता सिंह की पुत्री सुनिधि यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। इस साल उसका यह तृतीय वर्ष है।
वह 2019 में मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई थी और टर्नोपिल नेशनल यूनिवर्सिटी में एडमीशन लेकर यूक्रेन में हाउस नंबर 13, स्ट्रीट रसका बिल्डिंग 7 टर्नोपिल सिटी में भारत की ही दो अन्य छात्राओं के साथ एक मकान में किराए से रह रही थी। सुनिधि ने अपनी मां को बताया था कि वह और उसकी दोनों सहेलियां डरी और सहमी हुई थीं। सुनिधि पिछले साल सितंबर में वह भारत आई थी और कटनी में कुछ दिन के लिए घर पर भी रुकी थी, इसके बाद वह वापस यूक्रेन चली गई, तभी से वह वहां पर है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ही यहां रहने वाले छात्र डरे और सहमे हुए थे। रूस के हमले के बाद से ही यहां काफी दहशत का माहौल बना हुआ था। आसमान से कब कौन सा मिसाइल यहां गिर जाए, इसको लेकर लोग डरे हुए थे। लेकिन अच्छी बात यह है कि बेटी सुनिधि जल्द ही भारत वापसी कर रही है।