कीव । यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का राष्ट्रवाद अंतत: वहां के नागरिकों को रिझा रहा है उन्होंने कहा कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किया। 2014 में रूसी सैनिक हमारे यहां आए थे। उन्होंने हमारे क्रीमिया पर कब्जा कर लिया उन्होंने इसे एक बड़े सैन्य अड्डे में बदल दिया।
पचास दिन पहले, 24 फरवरी को, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पड़ोसी यूक्रेन पर सैन्य हमले की शुरुआत की घोषणा की थी। रूसी तोपखाने और हवाई हमलों ने यूक्रेनी शहरों को कुचल दिया, और क्रेमलिन की सेना सीमा पार देश में घुसकर बड़ा 'सैन्य अभियान' चलाने लगी, जिससे बड़े पैमाने पर पलायन शुरू हो गया जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन गया है।
पचास दिन पहले, 24 फरवरी को, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पड़ोसी यूक्रेन पर सैन्य हमले की शुरुआत की घोषणा की थी। रूसी तोपखाने और हवाई हमलों ने यूक्रेनी शहरों को कुचल दिया, और क्रेमलिन की सेना सीमा पार देश में घुसकर बड़ा 'सैन्य अभियान' चलाने लगी, जिससे बड़े पैमाने पर पलायन शुरू हो गया जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन गया है।
लेकिन इन तमाम घटनाक्रमों के बीच यूक्रेन अभी भी खड़ा है और रूस को कड़ी टक्कर दे रहा है। यही वजह है कि यूक्रेन की सेना और राष्ट्रपति जेलेंस्की की 'पूरी दुनिया' में तारीफ हो रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूसी आक्रमण के 50 दिनों को याद करते हुए अपने देश को "पूरी दुनिया के लिए नायक" बताते हुए सम्मानित किया। अपने सिग्नेचर स्टाइल में रात के संबोधन में, उन्होंने अपने साथी यूक्रेनियन की बहादुरी के लिए प्रशंसा करते हुए कहा कि आप सभी दुनिया के आजाद लोगों के हीरो हैं।
जेलेंस्की ने कहा, "उन लोगों के लिए जो कुदाल को कुदाल कहने का साहस रखते हैं। उन लोगों के लिए जो झूठे प्रचार के जाल में नहीं फंसे। आप सभी नायक बन गए हैं। सभी यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं जिन्होंने ये दंश झेला है और इसके विरुद्ध खड़े हुए हैं और हार नहीं मानी। आप ही जीतोगे। यूक्रेन में शांति आप ही लाओगे। आप आजाद दुनिया के हीरो हो।"