भोपाल। भारी हंगामे के बीच बुधवार को विधानसभा का बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। सत्र के दौरान कांग्रेसी विधायकों ने जमकर हंगामा किया। पार्टी विधायक सुरेश राजे और मनोज चावला आसंदी के सामने लेट गए। कांग्रेस के दूसरे विधायकों ने भी आसंदी के सामने नारेबाजी की। कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण का बहिष्कार किया था। विधानसभा ने पटवारी को नोटिस जारी किया है। इस मुद्दे को कांग्रेस ने सदन में उठाते हुए विरोध दर्ज कराकर वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि यह कार्रवाई नियम विरुद्ध की जा रही है।
25 मार्च तक प्रस्तावित विधानसभा का बजट सत्र बुधवार को ही संपन्न हो गया है। इसके संकेत तभी मिल गए थे जब विधानसभा सचिवालय ने एक ही दिन में सभी विभागों की अनुदान मांगों को कार्यसूची में शामिल कर लिया था। विधानसभा में वित्त मंत्री ने बजट पर सामान्य चर्चा का उत्तर देने के साथ विनियोग और वित्त विधेयक भी पेश किया। बजट पारित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी। इससे पूर्व कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी को राज्यपाल अभिभाषण का बहिष्कार करने के मामले में नोटिस जारी किया गया। इस पर कांग्रेस बिफर उठी। नोटिस पर गोविंद सिंह ने विरोध दर्ज कराया, जिस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस पर कोई खेद प्रकट नहीं करेगा। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जीतू पटवारी को जो नोटिस दिया है वो नियमों की परिधि के बाहर जा कर दिया गया है। सदन के बाहर कही गई बात पर सरकार के दबाव में नोटिस दिया गया है। वहीं, संसदीय कार्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नोटिस दिया है उसका जवाब दें और अपनी बात रखें। सज्जन वर्मा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
जीतू पटवारी को विधानसभा ने नोटिस जारी किया
राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार के मामले में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बुधवार को विधानसभा ने नोटिस जारी किया है। इस पर सदन में कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी और हंगामा किया। विधानसभा की तरफ से जीतू पटवारी को जारी नोटिस पर गोविंद सिंह ने विरोध दर्ज कराया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने नियम पढ़कर बताया। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोई खेद प्रकट नहीं करेगा। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और जमकर हंगामा किया। बता दें जीतू पटवारी ने ट्वीट करते हुए विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार किया था। उन्होंने लिखा था कि चिर निंद्रा में सोई भाजपा सरकार को जगाना जरूरी है। उनके विरोध को कमलनाथ ने गलत बताते हुए विधानसभा में राज्यपाल का भाषण सुना था। इसके बाद जीतू पटवारी ने दोबारा ट्वीट कर अपने निर्णय पर कायम होने की बात कही थी।
अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
विधायकों के पत्रों के जवाब नहीं आने पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कई विधायक ऐसे है, जो मुझे भी बताते है कि चिट्ठी का जवाब नहीं आता। इस पर ध्यान देने की जरूरत हैं।