भोपाल । राज्य विधानसभा में वित्तमंत्री जगदीश देवडा ने कहा कि बाजार से कर्ज मध्यप्रदेश सरकार ने ही नहीं उठाया बल्कि कई राज्यों की सरकारें ऐसा करती है। मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी सीमा के अंदर भारत से सरकार से अनुमति मिलने के बाद यह कर्ज लिया है। इससे पहले मूल प्रश्नकर्ता सदस्य डा गोविंद सिंह प्रश्न पूछते हुए कहा कि सरकार ने 41 हजार करोड का कर्ज ले लिया है और इसको चुकाया किस तरह से जाएगा।
प्रश्न के उत्तर में वित्तमंत्री देवडा ने जानकारी दी कि कोरोना संकल काल में प्रदेश की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी इसीलिए कर्ज लेना पडा लेकिन अब स्थिति सामान्य होते जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि कर्ज मप्र सरकार ने ही नहीं लिया है राजस्थान सरकार ने भी लिया है।
उन्होंने विपक्षी सदस्यों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों ने कर्ज की भरपाई कर देगी। उन्होंने विपक्ष को स्मरण कराया कि पूर्व में कांग्रेस की सरकारों ने बाजार से 10 से 11 प्रतिशत ब्याज पर आपने कर्ज लिया है। चर्चा में भाग लेते हुए मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि नीति आयोग तय करता है कि राज्य सरकारों में कर्ज चुकाने की क्षमता है या नहीं उसके हिसाब से ही कर्ज लेने की अनुमति मिलती है।