नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने म्यूचुअल फंड उद्योग के विनियमन और विकास से संबंधित मामलों पर उसे सलाह देने वाली समिति का पुनर्गठन किया है। सेबी ने बताया कि म्युचुअल फंडों से संबंधित 20 सदस्यीय सलाहकार समिति की प्रमुख उषा थोराट हैं, जो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की पूर्व डिप्टी गवर्नर हैं।
इससे पहले 2013 में गठित इस समिति में 15 सदस्य थे और इसके अध्यक्ष एसबीआई के पूर्व चेयरमैन जानकी बल्लभ थे।समिति के सदस्यों में फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष संजय सप्रे, कोटक महिंद्रा एएमसी के एमडी नीलेश शाह और केनरा रोबेको एएमसी के सीईओ रजनीश नरूला, एसबीआई म्यूचुअल फंड के स्वतंत्र न्यासी सुनील गुलाटी और मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल म्युचुअल फंड के स्वतंत्र न्यासी निदेशक बृज गोपाल डागा जैसे विभिन्न फंड हाउस के अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा वैल्यू रिसर्च इंडिया के सीईओ धीरेंद्र कुमार, एलएंडटी इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट के सीईओ कैलाश कुलकर्णी, एमएंडएम के कार्यकारी उपाध्यक्ष के एन वैद्यनाथन, बीएसई के एमडी और सीईओ आशीष चौहान, एसपीजेआईएमआर में प्राध्यपक अनंत नारायण और भारतीय म्यूचुअल फंड संघ के सीईओ एन एस वेंकटेश भी समिति में शामिल हैं।इसके अलावा समिति में सरकार, मीडिया और सेबी के अधिकारी भी शामिल हैं।
यह समिति म्यूचुअल फंड उद्योग के विनियमन और विकास से संबंधित मुद्दों पर सेबी को सलाह देगी।