शेष प्रस्तावित रोपवे परियोजनाओं में रानी रूपमति पवेलियन मांडू, सिद्धवारकट जैन मंदिर (ओमकारेश्वर), सैलानी आइलेंड खंडवा, रायसेन किला, पातालकोट तामिया एवं राजवाड़ा चौराहा इंदौर, ग्वालियर किले से फूलबाग चौराहा, रामराजा मंदिर ओरछा, भोपाल में गोल जोड तिराहा से न्यू मार्केट, कोकता ट्रांसपोर्ट नगर से नादरा बस स्टैंड, रनेह फाल खजुराहो, चौरागढ़ महादेव मंदिर पचमढ़ी और दुग्ध धारा अमरकंटक में रोपवे निर्माण किया जाएगा। नेशनल हाइवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के सहयोग से रोपवे का निर्माण कराया जाएगा।
प्रथम चरण निर्मित किए जाने वाले रोपवे
- उज्जैन रेलवे स्टेशन से श्री महाकाल मंदिर तक रोपवे निर्माण परियोजना में 199 करोड़ रुपये से 1.762 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा। रेलवे भूमि लीज पर प्राप्त करने के लिए मप्र सड़क विकास निगम द्वारा 14.87 करोड़ रुपये 26 जून 2024 को रेलवे में जमा कर दिए गए हैं। वहीं भू -अर्जन एवं यूटिलिटी विस्थापन के लिए 19.92 करोड़ रुपये की स्वीकृति एसएएफसी द्वारा स्वीकृत की गई है।
- सागर जिले के टिकिटोरिया माता मंदिर पर फनिकुलर रेलवे स्टेशन तक रोपवे निर्माण परियोजना में 17.28 करोड़ रुपये से 15 मीटर लंबा रोपवे निर्मित किया जाएगा। परियोजना के लिए निश्चित समझौता 16 जुलाई 2024 को किया गया। परियोजना के लिए 5334.73 वर्ग मीटर शासकीय भूमि हस्तांतरण की कार्रवाई की जा रही है।
- जबलपुर के एमपायर स्टेडियम से गुरुद्वारा तक एवं सिविक सेंटर से बलदेव बाग तक रोपवे निर्माण परियोजना के लिए प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत की जा चुकी है। परियोजना की स्वीकृति के लिए मंत्रालय को नोट भेज दिया गया है। स्वीकृति के बाद विस्तृत फिजिबिलिटी अध्ययन किया जाएगा।