इन्दौर । म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन ने गुरूवार को कहा कि क्रिकेट समिति का चंद्रकांत पंडित की 'रणजी कोच' के तौर पर नियुक्ति पर सवाल उठाना समझ से परे है, जबकि समिति खुद उनके चयन में सक्रिय भागीदार रही थी।
एमपीसीए क्रिकेट समिति के सदस्यों योगेश गोलवलकर, प्रशांत द्विवेदी और मुर्तजा अली ने बुधवार को दावा किया था कि उन्हें पंडित की नियुक्ति को लेकर अंधेरे में रखा गया।
म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव संजीव राव ने गुरूवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है कि क्रिकेट समिति ने खुद चंद्रकांत पंडित के नाम का सुझाव रखा था। उनकी नियुक्ति से पहले क्रिकेट समिति के सदस्यों ने उनसे बातचीत भी की थी। पिछले कुछ माह में चंद्रकांत पंडित और क्रिकेट समिति के बीच ई-मेल द्वारा पत्राचार और वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कई बार विचार-विमर्श भी हुआ था। उन्होंने कहा कि इसलिये समिति का अब ऐतराज करना समझ से परे है। इससे चंद्रकांत पंडित और म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। राव ने सदस्यों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि एमपीसीए के पदाधिकारी क्रिकेट समिति के कार्य में हस्तक्षेप कर रहे हैं, यह आरोप न केवल निराधार है, बल्कि माहौल को खराब करने वाला भी है।
संजीव राव ने कहा कि म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन क्रिकेट प्रशिक्षकों, सहायक प्रशिक्षकों और अन्य की स्थिति सुधारने के लिये अच्छा माहौल और सुविधाएं जुटाने में लगा है लेकिन कुछ लोग निहित स्वार्थों के चलते संगठन को नुकसान पहुंचाने के प्रयास में लगे है, लेकिन म.प्र. क्रिकेट एसोसिएशन ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देगा।