बेमेतरा । कलेक्टर रणबीर शर्मा ने रंगों का पर्व होली सहित विभिन्न त्यौहार सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में बड़े ही उत्साह ,ख़ुशी और शांति से मनाने की अपील की। होली पर्व को ध्यान में रखते हुए जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में आज सोमवार यहां कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष से शांति समिति की बैठक आयोजित की गई है। बैठक में सीनियर पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, अपर कलेक्टर अनिल वाजपेयी अति. पुलिस अधीक्षक बेमेतरा श्रीमती ज्योति सिंह, एसडीओपी बेमेतरा मनोज तिर्की, एसडीओपी बेरला विनय कुमार, डीएसपी श्रीमती कौशिल्या साहू सहित जिले के समस्त थाना/चौकी प्रभारी उपस्थित रहे।
सभी सामाजिक/राजनीतिक/मीडिया गण उपस्थित थे।’ कलेक्टर शर्मा ने ज़िले के आमजन द्वारा बरती गई सावधानी एवं सहयोग की सराहना करते हुए कहा है कि श्होली-धुलंडी सहित आगामी सभी बड़े ही उत्साह ,ख़ुशी और शांति से मनाये। उन्होंने भीड़-भाड़ से भी बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि होली पर्व का आनंद ऐसे उठाएं कि दूसरों को किसी प्रकार से परेशानी अथवा असुविधा न हो। रंगों के इस पर्व में किसी पर न तो बलपूर्वक रंग लगाएं, ना ही रंग के नाम पर ग्रीस, पेंट आदि का इस्तेमाल करें। रंगों के इस पर्व को सुरक्षात्मक और परस्पर भाईचारा के साथ मनाएं।
उन्होंने ज़िले वासियों को होली की शुभकामना दी। ’वही एसपी रामकृष्ण साहू ने भी अपील की कि जिन्हें रंगों से परेज है, उन्हें रंग ना लगाएं। अगर किसी कारण वश रंग के छीटे आ जाए तो बात को तूल ना दें। उन्होंने कहा कि दुपहिया वाहनों तीन सवारी ना चले, और प्रेशर हार्न वाली गाड़ियों पर सख्ती से चालानी कार्रवाई की जाएगी। निर्धारित समयावधि व मापदंड के प्रतिकूल ध्वनि-विस्तारक यंत्र डीजे बजाए जाने पर भी पूर्ववत प्रतिबंध जारी रहेगा। होलिका दहन के दौरान प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती रहेगी तथा टीम द्वारा लगातार पेट्रोलिंग भी की जाएगी।
उन्होंने भी जिले के निवासियों को रंगो के पर्व होली की बधाई और शुभकामना दी।’ कलेक्टर ने जिला प्रशासन के अधिकारी से इस बार हर्बल गुलाल के रंगों से अपने परिवार के साथ होली का पर्व मनाने का आग्रह किया। सहायता समूह की स्वरोजगार से जुड़ी महिलाएं दिन-रात हर्बल गुलाल तैयार करने में लगी है। इस गुलाल को लगाने से जहां चेहरे पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। महिला स्व-सहायता समूह के जरिए में तैयार किए जा इन हर्बल गुलाल और हर्बल रंग की कई विशेषताएं हैं। इसमें फूलों के रंग का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं गुलाल और रंग में महक के लिए भी फूलों का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसमें किसी भी तरह का केमिकल नहीं मिलाया जाता है, जो नुकसान करे।