काबुल । अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारे पर शनिवार तड़के भीषण आतंकी हमला किया गया। इस हमले की इस्लामिक स्टेट ने जिम्मेदारी ली है। गुरुद्वारे परु हमले के बाद अफगानिस्तान में रह रहे सिखोँ में दहशत पैदा हो गई है। वे जल्द से जल्द अफगानिस्तान छोड़ देना चाहते हैं।
एक वक्त पर अफगानिस्तान हजारों हिंदुओं और सिखों का घर हुआ करता था, लेकिन दशकों के संघर्ष के बाद अब यहां सिर्फ गिनती के हिंदू और सिख बचे हैं। हाल के वर्षों में बचे हुए सिखों को लगातार आईएस की लोकल ब्रांच निशाना बना रही है। सिख समुदाय के नेताओं का अनुमान है कि तालिबान शासित अफगानिस्तान में सिर्फ 140 सिख बचे हैं, जिनमें से ज्यादातर पूर्वी शहर जलालाबाद और राजधानी काबुल में रहते हैं।
हमले में घायल हुए एक शख्स के रिश्तेदार ने दावा किया है कि अब अफगानिस्तान में सिर्फ 20 सिख परिवार बचे हैं। उन्होंने कहा कि बचे हुए परिवार भी जल्द से जल्द निकलना चाहते हैं, लेकिन भारत सरकार की ओर से उन्हें वीजा नहीं दिया जा रहा है जिस कारण वे यहां फंसे हुए हैं। रिश्तेदार ने कहा, अगर हमें वीजा मिले तो हम तुरंत चले जाएंगे।