भोपाल । राजधानी के हमीदिया अस्पताल परिसर में ब्लाक-दो में नाक-कान-गला व नेत्र विभाग की ओपीडी बनकर तैयार है। आगामी सोमवार से यह ओपीडी शुरू हो जाएगी। ओपीडी के शुरु होने से यहां आने वाले मरीजों को काफी सुविधा हो जाएगी। वर्तमान में नाक, कान और गला रोग विभाग की ओपीडी पुराने भवन में संचालित होती है। यहीं पर दूसरे विभाग भी लगते हैं और एक्स—रे जैसी अन्य जांचे भी होती है। जिसकी वजह से बहुत भीड़ हो जाती है और मरीज और उनके स्वजनों को दिक्कतें होती है।
उन्हें बैठने के लिए कुर्सियां तक नहीं मिल पाती और उपर के माले तक आने-जाने के लिए लिफ्ट की सुविधा भी ठीक से नहीं मिलती है। जबकि नेत्र रोग विभाग कमला नेहरू अस्पताल में संचालित होता है, यह भी नए ब्लाक—दो में लगने लगेगा। नए ब्लाक में ओपीडी शुरू करने के लिए रविवार शाम तक सभी तैयारियां कर ली जाएगी। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से बताया गया है कि इन दोनों विभागों की शिफ्टिंग के लिए पहले से कार्रवाई चल रही है। 50 फीसदी उपकरण व अन्य सामग्री शिफ्ट की जा चुकी है। मरीज और उनके स्वजनों के लिए बैठने की व्यवस्था की जा रही है। हमीदिया अस्पताल का शिशु रोग विभाग अभी कमला नेहरू अस्पताल के भवन में संचालित हो रहा है। यह विभाग भी नए ब्लाक—दो में ही शिफ्ट होना है, लेकिन इसमें समय लगेगा। यह काम मार्च के अंत तक पूरा होगा। अभी यहां 30 शिशुओं को भर्ती करने की क्षमता है। जब यह विभाग नए ब्लाक में शिफ्ट हो जाएगा तो यह क्षमता बढ़कर 50 शिशुओं को भर्ती करने की हो जाएगी। इसी विभाग में कुछ माह पूर्व आग लग गई थी। हमीदिया अस्पताल परिसर में बनकर तैयार इस नए ब्लाक में सुल्तानिया अस्पताल से स्त्री रोग विभाग को भी शिफ्ट किया जाना है।
ऐसा इसलिए क्योंकि यहां जिन गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी होती है और यदि उनके नवजात की तबीयत खराब हो जाती है, तो उसे भर्ती करने के लिए कमला नेहरू अस्पताल भवन में संचालित शिशु रोग विभाग भेजा जाता है जो दूर है और नवजात को इतनी दूर से शिफ्ट करने में समय लगता है। कई बार खतरा भी होता है इसलिए जच्चा, बच्चा दोनों को एक ही जगह भर्ती करने और इलाज करने की योजना है। जिस पर अधिकारियों द्वारा पूर्व से काम किया जा रहा है। जब सुल्तानिया अस्पताल से स्त्री रोग विभाग को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा तो नवजात को यहां से वहां लेकर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अधिकारियों का कहना है कि सुल्तानिया में रोजाना गर्भवती महिलाएं भर्ती हो रही हैं इसलिए एकदम से शिफ्टिंग नहीं की जा सकती।
यह काम धीरे-धीरे करेंगे, इसलिए समय लगेगा। नए भवन के लिए मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर नए खरीदे जाएंगे। इसके लिए करीब 16 करोड़ से खरीदी की प्रक्रिया चल रही है लेकिन इसमें समय लग रहा है। शासकीय प्रक्रिया होने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। अधिकारियों का कहना है जब तक 100 फीसदी नए उपकरण, बिस्तर व अन्य सामग्री न आ जाएं, तब तक संबंधित विभागों के पुराने बिस्तर और उपकरण ही उपयोग किए जाएंगे। इस बारे में हमीदिया अस्पताल के प्रवक्ता डा अजय जैन का कहना है कि नए ब्लाक—दो में नाक, कान, गला और नेत्र विभाग की ओपीडी सोमवार से शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां रविवार तक पूरी कर ली जाएगी। बाकी के विभागों को शिफ्ट करने में थोड़ा समय लगेगा।