विजया पाठक, एडिटर, जगत विजन
खुद को शहंशाह मानने वाले प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा अपनी करतूतों को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गए है। दरासल साहब का ग्वालियर के डबरा स्टेशन के पास का एक वीडियो सामने आया है जहां ये रेलवे के नियमों की धज्जियां उड़ाते दिखाई दिए। गृहमंत्री साहब के ठाठ इतने कि स्टेशन से पटरी पर उतरने के लिए वहां मौजूद रेलवे कर्मचारियों द्वारा इनके लिए बीच पटरी पर बैंच रखी गई। जिस पर पैर रखकर साहब प्लेटफॉर्म से नीचे उतरे और फिर चल दिए। साहब के कारनामे यहीं नही रूकते इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मास्क भी नहीं पहना हुआ था। अपनी आदत से मजबूर नरोत्तम मिश्रा एक तरफ रोज कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए से मास्क पहनने की लोगों से अपील करते हैं और खुद नियमों की धज्जियां उडा रहे है। यह पहला अवसर नहीं है जब नरोत्तम मिश्रा बिना मास्क पहने लोगों के बीच में गए हो। इससे पहले भी वे मास्क के बिना ही पूरे प्रदेश में घूमते। बाद में जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फटकार लगाई तो वे मास्क पहनने लगे। लेकिन डबरा में सोशल डिस्टेसिंग, कोविड गाइडलाइन सहित रेलवे के नियमों की जो धज्जियां उड़ाई गई है उससे साहब फिर चर्चा में है। सूत्रों की मानें तो नरोत्तम मिश्रा की यह सोची समझी चाल है। दरअसल वे चाहते है कि मीडिया उन पर फोकस करे और वे टेलीविजन, अखबारों सहित सोशल मीडिया पर छाए रहे। इसलिए वे जानबूझकर भी इस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाने में बिल्कुल पीछे नहीं हटते। जहां प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है उसे लेकर न सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बल्कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान खुद भी चिंतित है। वे लगातार अफसरों के साथ बैठकर कोविड संक्रमण को रोकने के लिए नियमावली तैयार कर रहे है और लोगों से गुजारिश कर रहे है कि वे कोविड नियमों का पालन करें। लेकिन नरोत्तम मिश्रा की जिद् के आगे भला किसकी चली है। खुद मुख्यमंत्री भी अपने कई मंत्रियों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की गुजारिश कर चुके हैं, लेकिन मंत्री मुख्यमंत्री की बात को सिरे नकार देते है और करते वहीं है जो उन्हें करना है। इस बात का ताजा उदाहरण है गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की लापरवाही।