वाशिंगटन । स्कूली पढ़ाई के दौरान परिवार का कारोबार ठप हुआ और दिवालिया घोषित कर दिए गए। इसके बाद स्कूल से निकाले जाने की नौबत आई तब दोस्त ने पैसों से मदद की। आखिर अपनी राह चुनकर आगे बढ़ती रहीं और आज एक ऐसी संस्था चला रहीं जिसने तीन साल से भी कम समय में परोपकार के लिए 90 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम दान दे दी। यह सपनों जैसी लगने वाली कहानी है मैकेंजी स्कॉट की है। वैसे आपको यह नाम मुश्किल से याद रहेगा लेकिन अगर यह पता चल जाए कि साल 2019 में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शुमार अमेजन के मालिक जेफ बेजोस से तलाक लेने वाली मैकेंजी स्कॉट ही हैं, तब आपको पहचानना आसान होगा। तब मैकेंजी अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी कर एक नॉवेलिस्ट बनना चाहती थीं, जिसके लिए उन्होंने एक जाने-माने नॉवेल लेखक टोनी मोरिसन का हाथ पकड़ा और उन्हें अपना मेंटोर बना लिया।
कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर मैकेंजी ने एक फाइनेंशियल फर्म में नौकरी शुरू कर दी, जहां किसी गुमनाम कर्मचारी की तरह काम करते जेफ बेजोस से उनकी मुलाकात हुई। बातचीत पसंद में और पसंद प्यार में बदला,तब दोनों ने शादी कर ली। बेजोस का सपना ऑनलाइन स्टोर चलाने का था और उनके सपनों को पूरा करने में हाथ बंटाने के लिए वे बेजोस के साथ सिएटल आ गईं। साल 2019 में बेजोस से तलाक पूरा होने के बाद मैकेंजी ने लॉस्ट हॉर्स नाम से एक गुमनाम कंपनी बनाई और कुछ ही दिनों में इस सदस्यों को गैर लाभकारी संगठन के तौर पर पेश किया। मैकेंजी ने खुद इसमें करोड़ा डॉलर का दान किया और कुछ ही समय में यह छोटी संस्था 1,257 प्रतिनिधियों का समूह बन गई। पिछले महीने इस संस्था को 43 करोड़ डॉलर का ग्रांट मिला जो अब तक की सबसे ज्यादा राशि थी।
स्कॉट का शुरू से ही मानना था कि धन कमाना खुद के लिए सुविधाएं जुटाने के समान है, जबकि इस लोगों को उपलब्ध कराना उस सुविधा का सही इस्तेमाल है। इस कारण है, कि तलाक के बाद उन्होंने दानवीर बनने की राह चुनी, ताकि आंतरिक खुशी को महसूस किया जा सके। अब तक स्कॉट ने करीब 12 अरब डॉलर का दान दिया है। फोर्ब्स के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति करीब 50 अरब डॉलर की है। उनके पूर्व पति बेजोस भी जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में अब तक 10 अरब डॉलर का दाम कर चुके हैं।
आज स्कॉट दान के मामले में बेजोस को भी मात दे रही हैं, लेकिन इसकी राह उनके पूर्व पति ने ही दिखाई थी। दरअसल, ऑनलाइन स्टोर के रूप में अमेजन की शुरुआती कामयाबी के बाद साल 2004 में बेजोस अपने पिता की चैरिटी संस्था के बोर्ड में शामिल हुए और 30 करोड़ डॉलर का दान दिया। साल 2018 में बेघर परिवारों की मदद के लिए बेजोस ने 2 अरब डॉलर का दान किया। अब मैकेंजी भी उनकी राह पर चलकर अरबों डॉलर का दान कर रही हैं। उनका मानना है कि परोपकार के लिए उनके सेफ तब तक खुले हैं, जब तक कि वे खाली नहीं हो जाते।