भोपाल । मप्र विधानसभा में आज ग्वालियर जिले के अस्पताल में प्रसूति के लिए आई एक आदिवासी महिला की मौत का मामला गूंजा। प्रश्नोत्तरकाल के दोरान यह मामला विधायक लाखन सिंह द्वारा उठाया गया। उन्होंने विकासखंड के बीएमओ डा रवि शर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी पहुंच के चलते वे जांच को प्रभावित कर रहे हैं। मेरे विधानसभा में प्रश्न लगाने के दो दिन पहले बीएमओ को वहां से हटाया गया है।
उन्होंने कहा कि इस संविदा चिकित्सक को पहुंच के चलते बीएमओ पद तैनात कर दिया गया और महिला की मौत के लिए एक सफाई कर्मी महिला को दोषी बताकर उसे नौकरी से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि आदिवासी महिला के परिजनों के अनुसार इस मामले में डॉक्टरों की घोर लापरवाही है। उन्होंने कहा कि जिस डॉ शर्मा को दबाव के बीच दो दिन पहले हटाया है वह अस्पताल में कहता फिर रहा है कि िविधानसभा खत्म होने दो फिर वापस आ जाउंगा।
श्री यादव मांग की कि सरकार दोबारा उक्त डॉक्टर को पदस्थ नहीं करें और हटाई गई सफाई कर्मी महिला को पुन: नौकरी पर रखा जाए। प्रश्न के उत्तर में लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मजिस्टि्यल जांच चल रही है जांच उपरांत दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। प्रश्नकर्ता सदस्य ने हटाई गई सफाई कर्मी को पुन: नौकरी पर रखने की मांग की जिसे सरकार द्वारा मान लिया गया।