श्रीलंका में शांति पूरी तरह स्थापित नहीं हो पाई है। इसी बीच खबर है कि देश को संकट के बीच छोड़कर भागे पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अब मुल्क में वापस आ सकते हैं। हालांकि, उनकी वापसी की तारीख को लेकर स्थिति साफ नहीं है। श्रीलंका में विरोध जता रहे प्रदर्शनकारी गोटबाया की सरकार पर ही हालात बिगाड़ने के आरोप लगा रहे थे। फिलहाल, रानिल विक्रमसिंघे राष्ट्रपति के तौर पर श्रीलंका की कमान संभाल रहे हैं।बीबीसी के अनुसार, एक सांसद ने कहा है कि राजपक्षे के श्रीलंका लौटने की उम्मीद है। कैबिनेट के प्रवक्ता बंदुला गुणवर्धने मंगलवार को कहा है कि राजपक्षे छिप नहीं रहे थे, बल्कि उनके आने की तारीख पता नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति 13 जुलाई को देश से भागकर मालदीव्स चले गए थे और वहां से 14 जुलाई को उन्होंने सिंगापुर का रुख किया।
सिंगापुर पहुंचने के कुछ ही समय बाद उन्होंने अपनी इस्तीफा सौंप दिया था, जिसे श्रीलंका कैबिनेट में 15 जुलाई को स्वीकार कर लिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआत में उन्हें 14 दिनों का वीजा दिया गया था, जिसे बाद में 14 दिनों का और विस्तार मिल गया था। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि वह संयुक्त अरब अमीरात भी जा सकते हैं।