भोपाल । भोपाल दुग्ध संघ के एक टैंकर के दूध की गलत जांच करने की आशंका के चलते कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायक निलंबित कर दिया गया है, वहीं टैंकर मालिक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। दूग्ध संघ प्रशासन ने टैंकर में भरे दूध में मिलावट की आशंका के बीच कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायक नितिन धुर्वे को निलंबित कर दिया है। टैंकर मालिक सुमेर सिंह को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, टैंकर एमपी 04 जीबी 2799 मार्ग दो पर चल रहा था जो सोमवार रात में दूध लेकर संघ के प्लांट में आया था। इसमें भरे दूध की पुन: जांच करने पर गुणवत्ता में अंतर मिला था। दुग्ध संघ ने नितिन पर गलत जांच करने और टैंकर मालिक पर लालच व धमकी देकर गुणवत्ता को बेहतर कराने के आरोप लगाए हैं। टैंकर खड़ा करा लिया है। बता दें कि पूर्व में दुग्ध संघ से अनुबंधित एक टैंकर में अलग चैंबर मिला था, जिसमें दूध की जगह पानी भरा जाता था। दूसरे टैंकर को सीहोर के हीरापुर फार्म हाउस पर दूध निकालकर पानी मिलाते पकड़ा था और तीसरे टैंकर को मंडीदीप के पास रंगे हाथों दूध में मिलावट करते पकड़ा था।
भोपाल दुग्ध संघ सांची के नाम से उपभोक्ताओं को दूध व अन्य उत्पाद बेचता है। उधर दूग्ध संघ की इस कार्रवाई पर सवाल भी उठने लगा है। नितिन धुर्वे को सीईओ ने निलंबित किया लेकिन टैंकर मालिक सुमेर सिंह को महाप्रबंधक संयंत्र संचालन भरत अरोरा ने नोटिस दिया। विशेषज्ञों के मुताबिक सीईओ को ही नोटिस देना था। नोटिस में प्रयोगशाला सहायक को धमकाने और लालच देने का जिक्र किया है।
यदि धमकाया है तो टैंकर मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज क्यों नहीं कराई गई। यदि प्रयोगशाला में दूध की जांच केवल नितिन ही कर रहा है तो यह गंभीर अनदेखी है और यदि जांच प्रयोगशाला प्रभारी के निर्देशन में होती है तो अकेले नितिन पर ही कार्रवाई क्यों की गई। प्रभारी व अन्य की जिम्मेदारी क्यों तय नहीं की। इनके मैसेज व वाट्सएप पर होने वाली बातचीत को जांच के दायरे में क्यों नहीं लिया जा रहा। यदि दूध की गुणवत्ता में अंतर है तो इसका मतलब डिजिटल लाकर तोड़कर गड़बड़ी की है।
तब इन्हें सबसे सुरक्षित कैसे बताया गया था। क्या भरोसा है कि दूसरे टैंकरों में लगे डिजिटल लाकर के साथ छेड़छाड़ न की जा रही हो। इस बारे में भोपाल सहकारी दुग्ध संघ के संयंत्र संचालन महाप्रबंधक भरत अरोरा का कहना है कि टैंकर मालिक को नोटिस दिया है तो उन्हें ज्यादा पता होगा। मैं प्रवक्ता नहीं हूं। अधिक जानकारी के लिए सीईओ से बात करें।