कोरबा कोरबा जिला पुलिस के द्वारा प्यार की भाषा बोलकर, समझाईश देकर लोगों की समस्याएं सुलझाने का काम किया जा रहा है। कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने सभी थानेदारों को सप्ताह में एक दिन गांव जाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुलझाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही कहा गया है कि ग्रामीणों के बीच विवाद को समझाईश और आपसी समन्वय से सुलझाए जाएं और हो सके तो छत्तीसगढ़ी में ही बात करें।
रविवार को चौपाल कार्यक्रम के पहले दिन पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल खुद ग्रामीणों के बीच करुमौहा गांव पहुँचे। गांव पहुँचकर पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर छत्तीसगढ़ी में बात की। उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल खुद छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के एक छोटे से गांव से आते हैं।
चौपाल में एक महिला ने पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को बताया कि उसके पति ने नशे में मारपीट कर घर से निकाल दिया है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने तत्काल पति को बुलवाया। उन्होंने उसे घरेलू हिंसा अधिनियम बता कर सचेत किया। पुलिस अधीक्षक की समझाइश पर युवक अपनी पत्नी को साथ रखने तैयार हो गया साथ ही कसम भी खाई कि अब वह नशा नहीं करेगा। इसके अलावा एक ग्रामीण ने बताया कि गांव का एक युवक उससे उधार लिए दस हजार रुपये वापस नहीं कर रहा है। पुलिस के हस्तक्षेप पर ग्रामीण को उसके पैसे वापस मिल गए ।
पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। आप सभी अपने बच्चों का समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण जरूर कराएं साथ ही पौष्टिक भोजन दें जिससे वे स्वस्थ्य रहें। उन्होंने कहा कि गांव की सबसे बड़ी खूबसूरती होती है कि यहां सभी लोग मिलजुल कर रहते हैं।