इस्लामाबाद । कंगाली के कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान में बिजली की किल्लत लगातार बड़ रही है। सरकारों के तमाम वादों के बावजूद पाकिस्तानी अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। कराची शहर का हाल यह है कि यहां लोगों को रात के अंधेरे में ही राजमान के दौरान नमाज अदा करनी पड़ रही है। केवल कराची ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कई शहरों का यही हाल है। इसे लेकर लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है।
तमाम राज्यों की सरकारें लोड शेडिंग के मसले में खत्म करने में नाकाम रही हैं। लोग बिजली कटौती की शिकायत लेकर ऑपरेटर्स के पास जाते हैं, लेकिन वहां भी इनकी कोई सुनवाई नहीं होती है। फ्यूल की कमी और टेक्निकल खराबियों के चलते बिजली की सप्लाई काफी हद तक बाधित हुई है। ऐसे में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर बिजली मुहैया कराने को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है।
पीएम शहबाज इस मसले पर एक अर्जेंट मीटिंग कर चुके हैं। इस दौरान पॉवर और पेट्रोलियम सेक्टर की ओर से उन्हें डिटेल में जानकारी दी गई। मीटिंग के दौरान शहबाज के समक्ष रिपोर्ट पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि देश भर में फ्यूल की कमी और टेक्निकल खराबियों की वजह से 27 पॉवर प्लांट्स काम नहीं कर रहे हैं। इन्हें जल्द से जल्द ठीक किए जाने की जरूरत है।
बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यह भी बताया गया कि गैस और कोयले की सप्लाई न हो पाने की वजह से देश के 9 स्वतंत्र पॉवर प्रोड्यूसर्स को भी बंद कर दिया गया है। इसके अलावा 18 पॉवर प्लान्ट्स में टेक्निकल गड़बड़ियां आ गई हैं, जिससे वो काफी समय से बंद हैं।