बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं ने आई जी के साथ मुलाकात की। आईजी दीपांशु काबरा के साथ मुलाकात करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, सांसद अरुण साव और प्रदेश प्रवक्ता भूपेंद्र सवन्नी के साथ विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी, रजनीश सिंह ,जिला अध्यक्ष रामदेव कुमावत, हर्षिता पांडे ,काशीराम साहू ने कहा कि राजनीतिक विद्वेष के कारण रतनपुर नगर पालिका के वर्तमान अध्यक्ष घनश्याम रात्रे के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर उन्हें फंसाया जा रहा है। लिहाजा इन मामलों को तत्काल खत्म किया जाए। कोविड-19 के प्रकोप के दौरान जरूरतमंद गरीब जनता को मुफ्त अनाज वितरण के लिए रतनपुर नगर पालिका कार्यालय में विधिवत आवक जावक रजिस्टर में दर्ज करते हुए चावल का भंडारण किया गया था , लेकिन कुछ विरोधियों की साजिश और रतनपुर पुलिस के अति उत्साह में लोक हितकारी कार्य को आपराधिक कृत्य बनाने की कोशिश के तहत औचित्य हीन सबूतों के आधार पर घनश्याम रात्रे के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है ।
भाजपा नेताओं ने इसे राजनीतिक पतन की पराकाष्ठा बताया है। उन्होंने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को कानूनी शिकंजे में फंसा कर उनका अपमान किया जा रहा है। इसे रतनपुर की जनता का अपमान बताते हुए रतनपुर थाना में दर्ज मामले को तुरंत निरस्त करने की मांग की गई है । रतनपुर नगर पालिका के विरोधी पार्षदों द्वारा अध्यक्ष घनश्याम रात्रे के खिलाफ इस मामले को तूल दिया गया था, जिसके बाद पुलिस ने भी अपराध पंजीबद्ध किया है । हालांकि घनश्याम रात्रे शुरू से कहते रहे हैं कि उन्होंने अपने कार्यालय के साथ सटे कमरे में अनाज का भंडारण लॉकडाउन के दौरान रतनपुर के जरूरतमंदों को वितरण के लिए किया था अगर उन्हें कोई हेर फेर ही करना होता तो वे चावल का भंडारण गुप्त स्थान पर निजी भवन में करते । जाहिर है इस मामले में खुलकर राजनीति हो रही है । लेकिन यह पहला मामला है जब बिलासपुर के बड़े भाजपा नेता किसी ग्रामीण नेता के पक्ष में इस तरह खुलकर मैदान में आए हो। लिहाजा इसके क्या दूरगामी परिणाम निकल कर आएंगे, इस पर सबकी निगाह टिकी हुई है।