मंकीपॉक्स दिन पर दिन गंभीर रूप लेते जा रहा है। विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) के वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में हर दो सप्ताह में इसके मामले दोगुने हो रहे हैं। मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए रास्ते बंद रहे हैं। बीमारी को लेकर चिंता जताते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि प्रकोप को चरम पर पहुंचने में कुछ महीने लग सकते हैं।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार 2 अगस्त तक 88 देशों में 27,000 से अधिक मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है। जबकि इससे पहले यह आकंड़ा 70 देशों में 17,800 मरीजों तक सीमित था। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे आगे की भविष्यवाणी करना जटिल है, लेकिन वायरस के लंबे समय तक ट्रांसमिशन की उम्मीद जताई है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स में एक महामारी विज्ञान के प्रोफेसर ऐनी रिमोइन ने कहा है कि हमें इसके फ्रंट में आना पड़ेगा।
प्रसार रोकने के रास्ते हो रहे बंद
वहीं, डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ समिति के एक सदस्य रिमोइन ने कहा, यह स्पष्ट है कि ऐसा करने के अवसर की खिड़की बंद हो रही है। बता दें कि पिछले हफ्ते डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस अदनोम दुनिया के सामने हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की कर चुके हैं।