लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं के डीपफेक वीडियो के सर्कुलेशन के खिलाफ एक याचिका पर आज यानी 2 मई को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। ये याचिका वकीलों के एक संगठन ने बुधवार 1 मई को दाखिल की थी।
वकीलों की तरफ से सीनियर एडवोकेट जयंत मेहता ने याचिका पर तत्काल सुनवाई की अपील की थी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं इलेक्शन कमीशन को निर्देश दिए जाएं कि वह चुनाव के दौरान फेक वीडियो के सर्कुलेशन पर रोक लगाए।
यह याचिका ऐसे समय में लगाई गई है जब गृह मंत्री अमित शाह के एक फेक वीडियो को लेकर दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज हुई है और तेलंगाना के मुख्यमंत्री समेत कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
याचिकाकर्ता ने कहा- सोशल मीडिया फेक 48 घंटे में वीडियो पर एक्शन लेता है
एडवोकेट जयंत मेहता ने कहा कि हम इस मामले में जल्दी सुनवाई की अपील इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आम चुनाव चल रहे हैं और बड़ी संख्या में डीपफेक वीडियो सर्कुलेट हो रहे हैं। इस मामले में हमने इलेक्शन कमीशन को भी प्रतिनिधि बनाया है।
एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत पीएस अरोड़ा की बेंच ने कहा कि अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के पास शिकायत का निवारण करने वाले अधिकारी हैं, क्या याचिकाकर्ताओं ने उनसे बात की है?
इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि वे जो कर सकते थे उन्होंने किया। ऐसे मामलों में रिस्पॉन्स 24 से 48 घंटों में मिलता है। जब तक एक्शन लिया जाता है और ऐसे वीडियो को प्लेटफॉर्म से हटाया जाता है, तब तक नुकसान हो जाता है। इसके बाद बेंच ने कहा कि हम मामले में गुरुवार (2 मई) को सुनेंगे।