सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में फिक्सिंग का एक रैकेट पकड़ा गया है। यह टेनिस खिलाड़ियों को फिक्सिंग के जाल में फंसाता है। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने जिस इंटरनेशनल टेनिस फिक्सिंग रैकेट का भांडाफोड़ किया है उसमें भारतीय मूल के दो लोग भी पकड़े गये हैं। दोनों पर करीब तीन करोड़ रुपये की सट्टेबाजी का आरोप है। इन दोनो पर आरोप है कि उन्होंने 2018 में दो टेनिस टूर्नामेंट में फिक्सिंग की थी। वहीं पुलिस का दावा है कि इनका सरगना भारत में हैं। इससे भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भी सतर्क हो गया गया है।
बीसीसीआई की भष्ट्राचार रोधी इकाई के शीर्ष पदाधिकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने टेनिस फिक्सिंग रैकेट के सरगना के रूप में जिस भारतीय की पहचान की है, वो मोहाली का रहने वाला है। इसलिए वह बीसीसीआई के भी रडार पर है। बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के प्रमुख ने भी बात की पुष्टि की है। उसका नाम क्रिकेट लीग आयोजित करने वालों में भी शामिल हैं। वह एक बार हरियाणा में एक निजी क्रिकेट लीग आयोजित करवा चुका है। जिसे आईसीसी की भष्ट्राचार रोधी इकाई (एसीयू) ने विफल कर दिया। ऐसे में बीसीसीआई ने सभी पंजीकृत क्रिकेटर्स को उस लीग में हिस्सा न लेने के लिए एडवाइजरी जारी की थी। अभी कुछ दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के एक अधिकारी ने कहा था कि भारत में मैच फिक्सिंग के खिलापफ कड़े कानून की जरुरत है।