लंदन । ब्रिटेन में निर्वासित जीवन जी रहे विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ब्रिटेन उन्हें अमेरिका को सौंप सकता है। और अगर ऐसा हुआ,तब वहां असांजे को 175 साल की जेल होगी है। दरअसल, ब्रिटेन की अदालत ने जूलियन असांजे को ब्रिटेन से अमेरिका प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया है। इसके बाद से संभावनाएं बनी हैं कि उन्हें अमेरिका को सौंपा जा सकता है।
हालांकि अभी असांजे के वकीलों के पास अपने पक्ष में उच्च अदालत में अपील करने का वक्त है। वे 18 मई तक अदालत में अपील कर सकते हैं। वहीं, ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल भी फैसले पर अपना अंतिम निर्णय सुनाने से पहले असांजे के वकीलों का पक्ष सुनेंगी।उसके बाद ही असांजे के प्रत्यर्पण का फैसला होगा। गौरतलब है कि जूलियन असांजे मूल रूप से ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं।वे अमेरिका में सरकारी गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक करने का आरोपों का सामना कर रहे हैं। ये दस्तावेज उन्होंने अपने पोर्टल ‘विकिलीक्स’ पर सार्वजनिक किए थे। इसके बाद अमेरिका ही नहीं, पूरी दुनिया में भारी बवाल मचा था। इन आरोपों में अगर अमेरिका में उन पर मुकदमा चला, तब उन्हें 175 साल कर सजा हो सकती है, ऐसा कहा जा रहा है।
असांजे पर 2011-12 में स्वीडन की एक महिला ने बलात्कार का आरोप भी लगाया था। इस तरह के तमाम आरोपों के बाद उन्होंने इक्वाडोर से शरण मांगी। वहां की सरकार से सहमति मिलने के बाद वे इक्वाडोर के लंदन स्थित दूतावास के एक छोटे से कमरे में अप्रैल-2019 तक रहे। फिर जब इक्वाडोर सरकार ने उन्हें दी गई शरण वापस ले ली,तब उन्हें ब्रिटेन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।इसके बाद से वे जेल में हैं। वहीं जेल में ही उन्होंने अभी एक महीने पहले अपनी प्रेमिका स्टेला मॉरिस से शादी भी की। स्टेला उनके बच्चों की मां और उनकी वकील भी हैं।