-हमारा दल मानवीय सहायता लेकर मारियुपोल की ओर बढ़ रहा है
-हम आक्रमणकारियों का मुकाबला करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं
कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि अब तक करीब 1,25,000 आम लोगों को सुरक्षित गलियारे के जरिए निकाला गया है और एक दल मानवीय सहायता लेकर रूसी बलों से घिरे मारियुपोल शहर की तरफ बढ़ रहा है। जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा, हम अब तक मानवीय गलियारे के जरिए करीब 1,25,000 लोगों को सुरक्षित निकाल चुके हैं। उन्होंने कहा, हमारा दल मानवीय सहायता लेकर मारियुपोल की ओर बढ़ रहा है,जोकि अब केवल 80 किलोमीटर दूर है। हम आक्रमणकारियों का मुकाबला करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं।
पोप फ्रांसिस ने यूक्रेन में जारी रूसी हमले में निहत्थे आम नागरिकों और बच्चों की हत्या को बर्बरता करार देते हुए इसकी निंदा की। पोप ने आग्रह किया कि शहरों के कब्रिस्तान में तब्दील होने से पहले तत्काल युद्ध को रोका जाना चाहिए। यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से पोप ने बेहद कड़े शब्दों में इसकी निंदा की। सेंट पीटर्स स्क्वायर में एकत्र करीब 25,000 लोगों को संबोधित करते हुए पोप ने कहा, मैं कहता हूं कि ईश्वर के नाम पर इस नरसंहार को रोक दो। तुर्की के विदेश मंत्री ने कहा कि उनका देश यूक्रेन में फंसे अपने उन नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रहा है, जोकि मारियुपोल की एक मस्जिद में ठहरे हुए थे। रूसी हमले में शनिवार को मारियुपोल की एक मस्जिद को निशाना बनाया गया था, जिसमें 34 बच्चों समेत 89 तुर्की नागरिकों ने शरण ली हुई थी। मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से बात की और उनसे मारियुपोल में फंसे तुर्की नागरिकों के लिए सुरक्षित गलियारा उपलब्ध कराने में मदद मांगी ताकि इन लोगों को वहां से निकाला जा सके। पश्चिमी यूक्रेन में स्थित सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर हुए रूसी हवाई हमले में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई जबकि 57 अन्य घायल हुए हैं। एक स्थानीय अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस रूसी हमले से युद्ध पोलैंड सीमा के करीब तक पहुंच गया है। इससे पहले रूस के एक वरिष्ठ राजनयिक ने चेताया था कि विदेशों से यूक्रेन को मिलने वाले सैन्य साजो-सामान को मॉस्को निशाना बनाएगा। ल्वीव प्रांत के गवर्नर मक्सिम कोजित्स्काई ने कहा कि रूसी बलों ने ल्वीव शहर के उत्तर-पश्चिम में 30 किलोमीटर दूर स्थित यावोरिव सैन्य ठिकाने पर कम से कम 30 क्रूज मिसाइल दागीं। ये सैन्य अड्डा पोलैंड सीमा से 35 किलोमीटर दूर यूक्रेनी क्षेत्र में स्थित है। सुसेआवा (रोमानिया) रूसी बमबारी के बाद बुरी तरह प्रभावित हुए उत्तरी यूक्रेन के चेर्निहिव शहर से अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ किसी तरह रोमानिया पहुंची एक विधवा ने वहां का मंजर बयां किया। एलेना युरचुक (44) चेर्निहिव के एक अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थीं जोकि बमबारी में तबाह हो चुका है। उन्होंने मौजूदा चेर्निहिव को भूतों का शहर करार देते हुए कहा कि जब वह शहर छोड़कर निकलीं तो वहां बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो चुकी थी। ऐलना ने कहा, हमारा शहर घेरा जा चुका था और हम बेहद मुश्किल से निकल पाए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस उनके देश को तोड़ने के लिए यूक्रेन में नया ‘‘छद्म गणराज्य’’ बनाने की कोशिश कर रहा है। जेलेंस्की ने देश के नाम अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने खेरसन सहित यूक्रेन के क्षेत्रों से अपील की कि वे दोनेत्स्क और लुहांस्क में जो हुआ, उसे दोबारा होने नहीं दें। खेरसन पर रूसी बलों ने कब्जा कर लिया है। रूस समर्थक अलगाववादियों ने 2014 में पूर्वी क्षेत्रों दोनेत्स्क और लुहांस्क में यूक्रेनी सेना से लड़ाई शुरू की थी। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘खेरसन क्षेत्र पर कब्जा करने वाले छद्म गणराज्य का गठन करके हमें वही दुखद अनुभव कराने की कोशिश कर रहे हैं। वे स्थानीय नेताओं को ब्लैकमेल कर रहे हैं, दबाव बना रहे हैं...।’’ यूक्रेन के पूर्व पेशेवर टेनिस खिलाड़ी सर्गेई स्ताखोवस्की अपनी पत्नी और तीन छोटे बच्चों को हंगरी में घर पर छोड़कर रूस के हमले के दौरान यू्क्रेन की मदद के लिए अपनी जन्मस्थली लौट गए हैं। स्ताखोवस्की ने एक वीडियो साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि उन्हें अपने हाथ में बंदूक लेकर अपने घर लौटना पड़ेगा। यूक्रेन से करीब 60 कैंसर पीड़ित बच्चे वारसॉ और अन्य स्थानों पर अस्पताल में जाने के लिए पोलैंड के शहर से एक चिकित्सकीय ट्रेन में सवार हुए। वारसॉ अस्पताल के चिकित्सक डोमिनिक दासजुता ने कहा, ‘‘इनमें से कुछ बच्चों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी, कुछ को गहन चिकित्सा देखभाल की जरूरत होगी और कुछ बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तथा उन्हें अन्य बच्चों से अलग रखना होगा।